सहायक शिक्षक का वेतन निर्धारण और वेतन विसंगति की जानकारी । क्या आप जानते है आपको कितना वेतन मिलता है ? कितना वेतन मिलना चाहिए ?


सहायक शिक्षक का वेतन निर्धारण और वेतन विसंगति की जानकारी ,,कैसे दूर होगी वेतन विसंगति ??

Hello Friends नमस्कार onlinebharo.com में आपका स्वागत है।  फ्रेंड्स आज आपको शिक्षकों से सम्बंधित एक बहुत ही उपयोगी जानकारी बताने वाले है। जो सभी को जरूर जानना चाहिए, खास कर सहायक शिक्षक (शिक्षा कर्मी वर्ग -3) को।

यदि आप भी शिक्षा से जुड़े है या शिक्षक है तो ये जानकारी अंत तक जरूर पढ़ें। आज हम सहायक शिक्षक Shikshakarmi varg -03 के वेतन निर्धारण और वेतन विसंगति के बारे में जानकारी साझा कर रहे है।

छत्तीसगढ़ राज्य में सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षक वर्ग जिसे शासन ने अलग अलग नाम दिया है जैसे -शिक्षाकर्मी वर्ग -01 ,वर्ग -02 और वर्ग -03 .अभी वर्तमान स्थिति की बात करें तो सभी शिक्षा कर्मियों का शिक्षा विभाग में संविलियन हो गया है ,और अब ये राज्य सरकार के नियमित कर्मचारी है . जिन्हे एल बी शिक्षक संवर्ग में रखा गया है।

शिक्षाकर्मी का इतिहास:-यदि शिक्षा कर्मी के इतिहास के बारे में बात करें तो ये आर्टिकल काफी लम्बा हो जायेगा, फिर भी आज हम आपको shikshakarmi  के पिछले कुछ विशेष बातों को बताएँगे।वैसे शिक्षा कर्मी का जन्मदाता मध्यप्रदेश राज्य है जो आप सभी को पता ही होगा। सन 1993 के बाद नियमित शिक्षकों की भर्ती नहीं की गयी।

राज्य सरकार ने स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को चलाने के लिए अस्थायी रूप से बेरोजगार युवाओं को स्कूल में शिक्षाकर्मी के रूप में अध्यापन के लिए भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू की इस समय उन्हें मानदेय के रूप में कुछ रूपये दिया गया। इस संवर्ग ने काफी संघर्ष किया।

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सन 1998 में शिक्षा कर्मियों के लिए कुछ नियम बनाया गया जिसमे उनके लिए वेतनमान निर्धारित किया गया। लेकिन यहाँ भी उनका पद अस्थायी रखा गया। और वेतनमान भी अल्प रखा गया। शिक्षा कर्मियों का संघर्ष अब भी जारी रहा और कई आंदोलन होता रहा।
सहायक शिक्षक -Shikshakarmi varg-03 का वेतन निर्धारण कैसे हुआ देखें :

शिक्षा कर्मी वर्ग -03 जो अभी सहायक शिक्षक है इनका वेतन निर्धारण करते समय कई बातों का अनदेखा किया गया। यदि बात करें पुनरीक्षित वेतन के बारे में तो जब पुनरीक्षित वेतन दिया गया।उस समय वेतन इस प्रकार निर्धारित किया गया  कि  जो वेतन मिलना चाहिए उससे कम निर्धारण हुआ। यही कारण है कि सहायक शिक्षक को सबसे ज्यादा आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ रहा है।

  • शिक्षाकर्मी संविलियन आदेश जिलेवार सूचि देखें – डाउनलोड करें  

दोस्तों सहायक शिक्षक एक ऐसा वर्ग हो गया है जिनको प्रतिमाह आर्थिक नुकसान 10000  से 15000 रूपये तो उठाना पड़ ही रहा है साथ ही उन्हें समय में न तो पदोन्नति मिल रही है और न ही क्रमोन्नति।

यदि समय में पदोन्नति या क्रमोन्नति मिल जाती है तो कुछ हद तक यह समस्या कम हो सकता है। वर्तमान स्थिति में क्रमोन्नति की बात करें तो शिक्षा विभाग में आने के बाद 10 वर्ष में पहला क्रमोन्नति मिलेगा। अर्थात 2018 में संविलियन जिनका हुआ है उनको 2028 में पहला क्रमोन्नति मिलेगा।

चलिए आपको बताते है सहायक शिक्षक के वेतन के बारे में -फ्रेंड्स  आपको उदाहरण के तौर पर हम 2011 में नियुक्त शिक्षाकर्मी वर्ग -03 (सहायक शिक्षक)  वेतन की गणना ,वेतन निर्धारण के बारे में बताएँगे।

आप इस आधार पर अन्य वर्ष में नियुक्त शिक्षा कर्मी वर्ग -03 के वेतन की गणना भी कर सकते है।फ्रेंड्स आपको वर्ग तीन के वेतन निर्धारण के साथ ही वेतन विसंगति के बारे में भी इस आर्टिकल में बताएँगे।

2011 में नियुक्त शिक्षा कर्मी वर्ग -03 का वेतन निर्धारण – जैसे किसी  शिक्षा कर्मी वर्ग -03 की प्रथम नियुक्ति  सन 2011 में हुई है। जब 2011 में शिक्षा कर्मी की नियुक्ति की गयी थी तब शिक्षाकर्मी वर्ग 03 का वेतन मान 3800 -100 -5800 था।

इस वेतन के  साथ उस समय शासन से देय डी ए भी शामिल था। परीक्षा अवधि के पश्चात् प्रतिवर्ष वेतन वृद्धि 100 रूपये मूल वेतन में करने का प्रावधान रखा गया।

शिक्षा कर्मी वर्ग तीन के भर्ती नियम में पदोन्नति के लिए 7 वर्ष का समय निर्धारित है। इसके तहत यदि कोई भी शिक्षाकर्मी वर्ग -03 (सात)7 वर्ष की सेवा के साथ स्नातक और व्यावसायिक योग्यता (डी एड /बी एड ) है तो उसको शिक्षा कर्मी वर्ग -02 में पदोन्नति मिलना चाहिए।

यदि कोई शिक्षा कर्मी वर्ग -03 सात वर्ष पूरा कर किया है तो उसका मूल वेतन में प्रतिवर्ष 100 रूपये वेतन वृद्धि के हिसाब से 100 *7 =700 रूपये की वृध्दि से कुल 3800 +700 =4500 रूपये होगा। और इस समय शासन से देय महंगाई भत्ता और अंतरिम राहत भी प्राप्त होगा।

समयमान वेतन(Samaymaan Vetan)

शासन ने शिक्षाकर्मियों के लिए समयमान वेतनमान का एक नया प्रावधान कर दिया जिसमे सात वर्ष पूरा करने वाले स्नातक शिक्षाकर्मी को समयमान वेतनमान की पात्रता रखी गयी।

यदि शिक्षाकर्मी वर्ग -03 की बात करें तो इन्हे सात वर्ष में समयमान के लिए नया वेतन मान 5000-150-20000 +2500  अध्यापन भत्ता देने की व्यवस्था की गयी।उच्च कार्यालय से निर्देश भी जारी हुआ।

समयमान वेतनमान की व्यवस्था के आधार पर यदि शिक्षा कर्मी वर्ग -03 की आठ वर्ष में वेतन की बात करें तो इस समय चूँकि शिक्षा कर्मियों का संविलियन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जो भी शिक्षक पंचायत संवर्ग आठ वर्ष की सेवा पूरी कर लेता है उनका स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन कर दिया जाता है।

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अब जैसे कि हम आपको शिक्षा कर्मी वर्ग -03 जिनकी प्रथम नियुक्ति सन 2011  उदाहरण लिए है तो चलिए आपको 2011 बैच के शिक्षा कर्मी वर्ग -03 के वेतन निर्धारण के बारे में चर्चा करते है।

जुलाई 2011 में नियुक्त शिक्षाकर्मी वर्ग -03 को आठ वर्ष जुलाई 2019 में पूरा हो जाता है। इस समय शिक्षाकर्मी को समयमान वेतन के आधार पर मूल वेतन 5150 रूपये होना चाहिए।

वेतन पुनरीक्षण (Vetan  Punrikshan )


:- शासन ने 2013 में शिक्षक पंचायत संवर्ग  के लिए  शासकीय शिक्षक के समतुल्य वेतन देने का आदेश जारी किया गया  जिसे  पुनरीक्षित वेतन 2013 कहा गया।

इस समय शिक्षाकर्मी वर्ग -03 (सहायक शिक्षक पंचायत )  को पुनरीक्षित वेतन के रूप में मूल वेतन 7440 और ग्रेड पे 2400 निर्धारित कर दिया गया। इस प्रकार अब बेसिक 9840 के ऊपर देय महंगाई भत्ता जोड़ा गया।

मूल वेतन 7440 का निर्धारण कैसे किया गया और उसका आधार क्या रखा गया इसके बारे में आगे आपको बताते है -सहायक शिक्षक पंचायत के लिए 7440 मूल वेतन  निर्धारित करने के लिए 4000 *1.86 =7440 किया गया।

इसका मतलब ये हुआ कि इस समय सहायक शिक्षक पं का वर्तमान मूल वेतन 4000 रूपये माना गया।
जबकि समयमान वेतन के आधार पर मूल वेतन 5150 होना था।

सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति कैसे होगी दूर यहाँ देखें 👇


दोस्तों जैसे की ऊपर वेतन निर्धारण और समयमान वेतन के बारे में विस्तार से बताया गया है ,अब आगे आपको सहायक शिक्षक के वेतन विसंगति को दूर कैसे किया जा सकता है इसके बारे में जानकारी साझा कर रहे है।

क्रमोन्नति/समयमान वेतनमान के आधार पर प्रथम एवम् दुवितीय उच्चतर वेतन का वेतन बैंड एवम् ग्रेड पे में वेतन निर्धारण का आदेश ही वेतन विसंगति को दूर करने का पूर्ण उपाय है ।

साथियो राज्य शासन ने 8 वर्ष की सेवा पूर्ण अवधि में शासकीय शिक्षको की भाँति वेतन पुनरीक्षण नियम  2009 के नियम 2-3 के तहत अनुसूची (एक) के अनुसार वेतन बैंड एवम् ग्रेड पे क्रमशः सहायक शिक्षक (पं/ननि)को 5200 -20200+2400,शिक्षक(पं/ननि)को 9300-34800+4200,व्यख्याता(पं/ननि) को 9300-34800+4300 प्रदान किया ।

फ्रेंड्स  वेतन विसंगति जो हुई है वह है वेतन निर्धारण करते समय वेतन पुनरीक्षण नियम 2009 के नियम 7(क) का पालन नही करना ।

इस नियम के तहत जो शिक्षक की  8 वर्ष की तिथि में जो मूल वेतन मिल रहा था उनका 1.86से गुणा करके पूर्णांकत करना था तथा उस पद का ग्रेड पे को जोड़कर वेतन निर्धारण करना था।

एक ही पद में 10 वर्ष की तिथि में क्रमोन्नति/समयमान वेतनमान में प्राप्त कर रहे वेतनमान के सापेक्ष वेतन बैंड एवम् ग्रेड पे के आधार पर प्रथम उच्चतर वेतनमान में वेतन निर्धारण करना था ।

इसी वेतन के आधार पर प्राप्त कर रहे वेतन का  30जून 2018 की स्थिति में एल पी सी  जारी करना था परन्तु ऐसा नही किया गया।

स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री गौरव द्विवेदी  ने दिनांक 6.4.2019 को पंचायत/नगरीय निकाय के नियोक्ता को जो शिक्षक (पं/ननि)सवर्ग 1.7.2018 को शिक्षा विभाग में शिक्षक (E LB /T LB) हो गए है के लिए समयमान और क्रमोन्नति के निर्देश जारी किये।

पंचायत/नगरीय निकाय में रहते हुए एक ही पद में 10 वर्ष पूर्ण कर लिए थे उन्हें उस तिथि से क्रमोन्नति /समयमान वेतनमान के अनुसार तत्समय प्राप्त कर रहे पुनरीक्षित वेतन का वेतन बैंड एवम् ग्रेड पे में क्रमशः सहायक (पं/ननि) का 9300-34800+4200 में , शिक्षक(पं/ननि)का 9300-34800+4400,में तथा व्यख्याता(पं/ननि)का 9300-34800+4800 में वेतन निर्धारण कर 30 जून 2018 को रिवाइज्ड एल पी सी जारी करने का आदेश है।

परन्तु दुर्भाग्यजनक बात है कि नियोक्ता  एवम् स्थनीय निधि सपरिक्षक इस आदेश का  पालन नही कर रहे है ।
साथियो  बहुत सेशिक्षक  माननीय उच्च न्यायालय के शरण गए और माननीय न्यायालय ने  स्पष्ट रूप से नियोक्ता एवम् सरकार को आदेश किया है कि एक ही पद में 10 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर क्रमोन्नति/समयमान वेतनमान पाने की पात्रता है।

साथियो जिन शिक्षको का माननीय न्यायालय द्वारा निर्धारित तिथि में क्रमोन्नति/समयमान के आधार पर वेतन पुनरीक्षण में वेतन बैंड एवम् ग्रेड में वेतन निर्धारण कर एल पी सी जारी नही किया जा रहा है तो निः संकोच सम्बंधित नियोक्ता एवम् स्थानीय निधि संघठन के उपसंचालक एवम् सहायक संचालक को पार्टी बनाते हुए न्यायालय की अवमानना का प्रकरण अवश्य लगाये।

सहायक शिक्षक पं का पुनरीक्षित वेतन कितना होना चाहिए ? 


समयमान वेतन मान के आधार पर सहायक शिक्षक पं का मूल वेतन= 5000 (7 वर्ष में ) एवं आठ वर्ष में 5000 +150(वेतन वृद्धि )=5150 रूपये। इस आधार पर अब वेतन पुनरीक्षण -5150 *1.86 =9579 रूपये +2400 ग्रेड पे।

इस प्रकार यह वेतनमान सातवां वेतन लेबल 6  में मूल 30300/- होना चाहिए। साथ में वर्तमान महंगाई भत्ता एवं अन्य अलाउंस भी देय होगा।

इस प्रकार सहायक शिक्षक को जो वर्ष 2011 में नियुक्त हुये है उनको मुल वेतन –30300 मूल वेतन +12 % DA (3636)+777 (HR)+600 (मेडिकल )+200 (अन्य ) = 35513 /-(कुल वेतन ) इसमें कटौती -सीपीएस -3394/-+300 (GIS)=3694/- अब कटौती के बाद मिलने वाली राशि –35513-3694 =31819 /-


इस प्रकार शिक्षकों की अन्य जानकारी पाने के लिए आप GOOGLE में सर्च करें  onlinebharo.com इस लिंक से आप सीधे हमारे ऑफिसियल वेबसाइट में जा सकते है। 
निष्कर्ष (Conclusion ):- आज के आर्टिकल में सहायक शिक्षक के वेतन निर्धारण ,वेतन विसंगति और वेतन विसंगति को कैसे दूर किया जा सकता है इसके बारे में बताया गया है।

साथ ही सहायक शिक्षक को मिलने वाली वेतन के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें वर्ष 2011 में नियुक्त शिक्षा कर्मी के वेतन का निर्धारण कैसे हुआ और कैसे होना चाहिए इसके बारे में बताया गया है।

आप इसी प्रकार अन्य वर्षों में नियुक्त शिक्षाकर्मियों के वेतन का निर्धारण भी कर सकते है। और जान सकते है की आपका वेतन कितना मिलता है और कितना मिलना चाहिए।

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2 thoughts on “सहायक शिक्षक का वेतन निर्धारण और वेतन विसंगति की जानकारी । क्या आप जानते है आपको कितना वेतन मिलता है ? कितना वेतन मिलना चाहिए ?”

  1. स्पष्ट रूप से वेतन विसंगति तीनो वर्गों में है

    वर्ग 3 को लगता है वर्ग 1,2 की तुलना में कम सैलरी मिल रहा ।।

    1 बार qualfication और कार्यभार पे नजर डालकर अवलोकन करें तो उचित होगा।।

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